Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 05:08 PM
सरकारी स्कूल में सुबह की सभा में प्रार्थना हो रही थी। राष्ट्रगान की समाप्ती के बाद एक उच्च श्रेणी की छात्रा हाथ बाहर निकाल कर सभा में उपस्थित विद्यार्थियों को प्रण करवा रही थी। आगे वह बोल रही थी और उसके पीछे सभी विद्यार्थी बोल रहे थे,‘मैँ प्रण करती...
सरकारी स्कूल में सुबह की सभा में प्रार्थना हो रही थी। राष्ट्रगान की समाप्ती के बाद एक उच्च श्रेणी की छात्रा हाथ बाहर निकाल कर सभा में उपस्थित विद्यार्थियों को प्रण करवा रही थी। आगे वह बोल रही थी और उसके पीछे सभी विद्यार्थी बोल रहे थे,‘मैँ प्रण करती हूँ कि मैं कभी झूठ नहीं बोलांगी,अन्याय का साथ नहीं दूँगी,अध्यापकों तथा बड़ों का सत्कार करूंगी,यातायात नियमों का पालन करूंगी तथा नकल नहीं करूंगी।’ उसके इस प्रण का जनाज़ा तब निकला जब वह लडुकी सितम्बर महीने की परीक्षा में तीन नकलों के साथ रंगे हाथ पकडी गई।
रमेश बग्गा चोहला
9463132719