Edited By ,Updated: 22 Apr, 2017 01:59 PM
संयुक्तराष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएआे) में भारत के प्रतिनिधि श्याम खड़का ने कहा है कि भारत में यदि जल प्रबंधन गंभीरता से किया जाए तो देश जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के साथ कृषि उत्पादन बढ़ाने में समर्थ है।
मुंबईः संयुक्तराष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएआे) में भारत के प्रतिनिधि श्याम खड़का ने कहा है कि भारत में यदि जल प्रबंधन गंभीरता से किया जाए तो देश जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के साथ कृषि उत्पादन बढ़ाने में समर्थ है।
खड़का ने सीआईआई के सम्मेलन में कहा, "भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि उसके पास पूर्णतया विकसित कृषि प्रणाली है। इसके अलावा यहां कई कृषि विश्वविद्यालय हैं और निजी कंपनियां भी खेती में शोध की आेर बढ़ रही हैं। वर्ष 1960 से इसके कारण अच्छे परिणाम सामने आए हैं जिसके कारण खाद्य उत्पादन अब 5 गुना बढ़ गया है।" इस बात को स्वीकार करते हुए कि कई कृषि जलवायु परिस्थितियों में जलवायु परिवर्तन से खेती की को चुनौती मिलती है, खड़का ने कहा कि देश ने फसलों में बदलाव के मामले में पहल की जरूरतों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि अधिक पानी की खपत करने वाले गन्ने की खेती पानी की कमी वाले राज्य महाराष्ट्र के लिए उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि एेसी फसलों को आदर्श रूप में गंगा क्षेत्र बिहार और ब्रह्मपुत्र नदी से सिंचित असम जैसी जगहों पर ले जाया जाना चाहिए।