Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 02:50 AM
14 फरवरी, 2015 को सत्ता में आई दिल्ली की ‘आम आदमी पार्टी’ सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विभिन्न कारणों से चर्चा में बने हुए हैं परंतु ‘आप’ सरकार विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों को अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है। कुछ लोगों का मानना है कि आम...
14 फरवरी, 2015 को सत्ता में आई दिल्ली की ‘आम आदमी पार्टी’ सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विभिन्न कारणों से चर्चा में बने हुए हैं परंतु ‘आप’ सरकार विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों को अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है।
कुछ लोगों का मानना है कि आम आदमी पार्टी ने जो चुनावी वायदे किए थे उन्हें पूरा किया है जबकि कुछ कहते हैं कि जो विकास दिल्ली में नजर आ रहा है वह पिछली शीला दीक्षित सरकार की ही देन है। लोक-लुभावन वायदों की कड़ी में ही दिल्ली की ‘आम आदमी पार्टी’ सरकार ने हर साल 60 वर्ष से अधिक आयु के 77,000 वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा सुविधा देने का निर्णय लिया है।
9 जनवरी को मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने बताया कि ऐसे वरिष्ठ नागरिक जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपए से कम हो और जो सरकारी एवं किसी स्वायत्त निकाय के कर्मचारी न हों वे इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। ये यात्राएं ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के अंतर्गत करवाई जाएंगी। राज्य सरकार नागरिकों के लिए यात्रा, ठहरने और खाने का बंदोबस्त करेगी तथा हर तीर्थयात्री पर लगभग 7,000 रुपए खर्च आएगा।
वरिष्ठ नागरिक अपने साथ 18 साल से अधिक आयु का कोई परिचारक सदस्य भी ले जा सकेंगे और उसका खर्च भी सरकार ही उठाएगी। यात्रा की अवधि 3 दिन और 2 रातों की होगी और हर साल हर विधानसभा क्षेत्र से यात्रा के लिए 1100 बुजुर्ग ड्रा निकाल कर चुने जाएंगे। दिल्ली सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को उनके जीवन की संध्या में मुफ्त तीर्थयात्रा करवाने का यह एक अच्छा निर्णय है जिसके अंतर्गत वे अपनी श्रद्धा और निष्ठा के स्थलों की यात्रा करके मानसिक शांति प्राप्त कर सकेंगे। इसी प्रकार अन्य राज्यों की सरकारों को भी ऐसी सुविधा देने के बारे में अवश्य सोचना चाहिए।—विजय कुमार