Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 01:46 PM
बिहार के बेगूसराय जिला में सिमरिया कल्पवास मेला परिसर में कातक पूर्णिमा स्नान के अवसर पर गंगा नदी किनारे सीढी घाट जाने वाली मुख्य सड़क पर मची भगदड़ में 3 वृद्ध महिलाओं की दबकर मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर...
बेगूसरायः बिहार के बेगूसराय जिला में सिमरिया कल्पवास मेला परिसर में कातक पूर्णिमा स्नान के अवसर पर गंगा नदी किनारे सीढी घाट जाने वाली मुख्य सड़क पर मची भगदड़ में 3 वृद्ध महिलाओं की दबकर मौत के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि इस घटना के संबंध में प्रथम जांच समीक्षा के दौरान पाया गया कि उक्त स्थल पर भीड़ नियंत्रण विधि व्यवस्था की देखभाल के लिए पुलिस पदाधिकारी के तौर पर अवर निरीक्षक रुबी कान्त कच्छप, खोदावंदपुर थानाध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार पाठक, सिमरिया के काली स्थान स्थित अस्थाई थानाध्यक्ष गणेश कुमार सिंह को पुलिस बल के साथ प्रतिनियुक्त किया गया था। परंतु इन तीनों पदाधिकारियों द्वारा अपने निहित कर्त्तव्यों का पालन नहीं किया गया तथा उपलब्ध कराए गए बल की प्रतिनियुक्ति करने एवं उनसे कार्य लेने में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण उन तीनों पदाधिकारियों को निलंबित किया गया।
उन्होंने कहा कि साथ ही उक्त पदाधिकारियों के अलावा घटनास्थल पर भीड़ नियंत्रण विधि व्यवस्था संधारण के लिए बिहार के10 सैन्य पुलिस, पटना की 3 महिला सिपाही रुबी, पूजा एवं कुमारी मोनिका भी निलंबित किया गया है । आदित्य ने बताया कि उक्त महिला सिपाहियों के अलावा घटनास्थल पर भीड़ नियंत्रण और विधि व्यवस्था संधारण के लिए डयूटी पर तैनात कुल 11 गृहरक्षक के जवानों द्वारा कर्त्तव्य पालन में घोर लापरवाही बरती गई और इस संभावित घटना की रोकथाम की दिशा में एहतियातन कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के मद्देनजर उन्हें 6 महीने के लिए कर्त्तव्य से वंचित किया गया है।
घटनास्थल पर भीड़ नियंत्रण विधि व्यवस्था की देखभाल के लिए तैनात भगवानपुर में ग्रामीण विकास अभिकरण मनरेगा के कनीय अभियंता दिलीप पासवान, बेगूसराय के कार्यपालक दंडाधिकारी अरविंद कुमार सिंह को बेगूसराय जिला पदाधिकारी द्वारा इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने की मांग की गई है।