Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 11:20 AM
वर्ष 2019 के आम चुनाव के पूर्व धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया जानने चार दिनों की बिहार यात्रा पर आए जदयू के बागी नेता शरद यादव ने केंद्र और प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर प्रहार किया।
पटना: वर्ष 2019 के आम चुनाव के पूर्व धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया जानने चार दिनों की बिहार यात्रा पर आए जदयू के बागी नेता शरद यादव ने केंद्र और प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार पर प्रहार किया। शरद गुट ने प्रदेश की जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि कानून व्यवस्था चौपट है।
जदयू से निलंबित राज्यसभा सांसद अली अनवर और पूर्व सांसद अर्जुन राय सहित अन्य के साथ सोमवार को पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए शरद ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों पर कथित तौर पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के लिए भाजपा नीत केंद्र की सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बीएचयू के विद्यार्थी उचित मांग कर रहे थे। यह एक छोटा मामला था लेकिन वाराणसी में प्रशासन ने बर्बरतापूर्ण उन पर लाठीचार्ज किया।
शरद ने कहा कि बीएचयू देश के सबसे पुराने शैक्षिक संस्थानों में से एक है। देश की स्वतंत्रता के 70 वर्षों में ऐसी घिनौनी घटना कभी भी नहीं घटी। उन्होंने इसके लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा की अगुवाई वाली सरकार को दोषी मानते हुए कहा की यही कारण है कि वे देश में इस तरह की ताकतों के खिलाफ लड़ रहे हैं।
शरद ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर अपने पिछले तीन साल के शासन के दौरान किसी भी चुनावी वादे को नहीं पूरा करने के लिए भी जोरदार प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चाहे वह हर साल युवाओं को दो करोड़ नौकरियां या किसानों को अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का वादा हो, किसी भी वादे को पूरा नहीं किया गया। शरद ने कहा कि वादे के अनुसार अब तक युवाओं के लिए 6 करोड़ नौकरियों की व्यवस्था की जानी थी, पर नोटबंदी और जीएसटी के प्रभाव के कारण 3 करोड़ लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है।