Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 07:27 PM
बिहार के भागलपुर में एक शोभायात्रा के दौरान हुए दंगे को लेकर केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत ने पहली बार अपने पक्ष में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए सारा आरोप मेरे सिर पर डाल रही है।...
भागलपुरः बिहार के भागलपुर में एक शोभायात्रा के दौरान हुए दंगे को लेकर केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत ने पहली बार अपने पक्ष में सफाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए सारा आरोप मेरे सिर पर डाल रही है। अर्जित ने कहा कि अगर भारत माता की जय और वंदे मातरम कहना अपराध है तो मैं अपराधी हूं।
शोभायात्रा के निकलने के बाद घटी घटना
अर्जित शाश्वत का कहना है कि 17 मार्च को प्रशासन को सूचना देने के बाद ही हिंदू नववर्ष के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली गई थी। 200 मोटर साइकिल पर बच्चें, युवा और बुजुर्ग इस शोभा यात्रा में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि शोभायात्रा के नाथनगर से निकलने के बाद डीआईजी ने फोनकर उन्हें बताया कि नाथनगर में घटना घटी है।
पुलिस अपनी विफलता छुपाने के लिए झूठे इल्जाम लगा रही
अश्विनी चौबे के बेटे का कहना है कि अगर प्रशासन की इजाजत के बिना यह शोभायात्रा निकाली गई थी तो इसे उसी समय क्यूं नहीं रोका गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस विभाग अपनी नाकामयाबी को छुपाने के लिए साम्प्रदायिक घटना को शोभा यात्रा से जोड़ कर झूठे इल्जाम लगा रही है।
बता दें कि भागलपुर में 18 मार्च को एक शोभायात्रा के दौरान आपत्तिजनक गाने बजाने पर दो पक्षों में झड़प हो गई। इस दौरान पथराव और आगजनी भी की गई। इस मामले को लेकर केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत सहित आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।