Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 11:13 AM
एनटीपीसी ने बिहार के भागलपुर में नहर का बांध टूटने के आरोप पर चुप्पी तोड़ते हुए आरोपों को ‘बेबुनियाद और सच्चाई से परे’ बताया है।
भागलपुरः एनटीपीसी ने बिहार के भागलपुर में नहर का बांध टूटने के आरोप पर चुप्पी तोड़ते हुए आरोपों को ‘बेबुनियाद और सच्चाई से परे’ बताया है। सिंचाई के लिए गंगा नदी पंप नहर के नीचे से सार्वजनिक पैदल पार पथ बनाए जाए के कारण उसके बांध की दीवार के गत 19 सितंबर को अचानक टूट जाने के आरोप को एनटीपीसी ने बेबुनियाद बताया है। एनटीपीसी ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि वह भारत सरकार की महारत्न कंपनी है जो अपनी साख और जिम्मेदारी से भली भांति अवगत है।
जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इस हादसे के सभी पहलुओं की जांच की बात करते हुए एनटीपीसी द्वारा बनाई गई उक्त नहर के नीचे से गुजरने वाले पथ की दीवार के कमजोर हो जाने कारण यह हादसा होने की आशंका जताई थी। मंत्री ने उस पथ के निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए जाने को लेकर भी शंका जताई थी। एनटीपीसी ने कहा है कि इसके आसपास के इलाके में बारिश के मौसम में पानी का रिसाव हुआ करता था जिससे सिंचाई विभाग पूरी तरह अवगत था।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटन किए जाने के पूर्व गत 19 सितंबर को शाम करीब 4.30 बजे ट्रायल रन के दौरान बांध की दीवार के अचानक टूटने से कहलगांव स्थित एनटीपीसी टाउनशिप सहित आवासीय इलाके में पानी प्रवेश कर गया था। इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री के उद्घाटन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था। जल संसाधन मंत्री ने कल विभागीय प्रधान सचिव अरूण कुमार सिंह को मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस परियोजना के बांध के टूटने पर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद और जदयू के बागी नेता शरद यादव ने नीतीश सरकार को आडे़ हाथों लेते हुए इसे भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत बताया था।