Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jun, 2017 11:34 AM
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आर.आई.एल.) पर कुल ऋण बढ़कर 1,96,601 करोड़ रुपए हो गया है। इसमें से अधिकांश कर्ज उसके चौथी जैनरेशन के टैलीकॉम
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आर.आई.एल.) पर कुल ऋण बढ़कर 1,96,601 करोड़ रुपए हो गया है। इसमें से अधिकांश कर्ज उसके चौथी जैनरेशन के टैलीकॉम वैंचर रिलायंस जियो के लिए लिया गया है। अब कम्पनी अपनी इंट्रस्ट कॉस्ट घटाने पर काम कर रही है। कम्पनी के सी.एम.डी. मुकेश अंबानी ने 2016-17 की एनुअल रिपोर्ट में कहा कि कम्पनी ने इसके लिए 2.3 अरब डॉलर के सिंडीकेट और क्लब लोन्स की रिफाइनैंसिंग की है।
कम्पनी पर फिलहाल (31 मार्च, 2017 तक) 1,96,601 करोड़ रुपए का कर्ज है। अंबानी ने कहा कि साल के दौरान 1.75 अरब डॉलर के सिंडीकेट लोन और 55 करोड़ डॉलर के क्लब के लांग टर्म लोन को सफलतापूर्वक रिफाइनैंस किया है। इससे कम्पनी को इंट्रस्ट कॉस्ट के तौर पर काफी बचत होगी। यह 2007 के बाद से अब तक की सबसे बड़ी अमाऊंट है।