Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2017 06:22 PM
सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है।
नई दिल्ली: सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। जी.एस.टी.एन. हैल्पडैस्क को एक दिन में 10,000 कॉल मिल रही हैं जिसमें जी.एस.टी. से संबंधित सवाल पूछे जा रहे हैं। इन सवालों में लगातार पूछा जाने वाला एक प्रश्न यह है कि मैं अपना पंजीकरण कैसे कराऊं। इसके अलावा पासवर्ड भूलने से संबंधित सवाल भी बड़ी संख्या में पूछे जाते हैं।
जी.एस.टी. नैटवर्क (जी.एस.टी.एन.) पर काम का बोझ इतना अधिक हो चुका है कि वह 2 सप्ताह में अपने कॉल सैंटर के कर्मचारियों की संख्या को दोगुना कर 400 करने की तैयारी कर रही है। इससे जी.एस.टी.एन. को रिटर्न से संबंधित सवालों का जवाब देने में मदद मिलेगी। रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया सितम्बर से शुरू होगी। जी.एस.टी.एन. को उम्मीद है कि और कम्पनियां तथा व्यापारी अपना पंजीकरण कराएंगे या जी.एस.टी.एन. प्लेटफार्म पर स्थानांतरित होंगे।