Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 02:00 PM
नोटबंदी के बाद के 6 महीने में देश में डिजिटल भुगतान 110 प्रतिशत बढ़ गया है और अब रोजाना करीब 85 लाख लेनदेन डिजिटल माध्यमों से हो रहे हैं।
नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद के 6 महीने में देश में डिजिटल भुगतान 110 प्रतिशत बढ़ गया है और अब रोजाना करीब 85 लाख लेनदेन डिजिटल माध्यमों से हो रहे हैं। सरकार ने पिछले साल 08 नवंबर को 500 तथा एक हजार रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया था। इसके बाद से उसने डिजिटल माध्यमों से लेनदेन को बढ़ावा देने के कई उपाय किए हैं। उसने एक तरफ डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित किया है तो दूसरी और नकद लेनदेन को हतोत्साहित करने के लिए उसे महंगा बना दिया है। इस दौरान बैंकों ने अपने स्तर पर भी नकद निकासी पर कई तरह की सीमाएं लगा दी हैं जिसकी वजह से लोग डिजिटल लेनदेन करने के लिए बाध्य हुए हैं।
इलैक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार नोटबंदी की घोषणा के दिन विभिन्न माध्यमों से होने वाले डिजिटल भुगतान की संख्या 40,19,964 थी। गत 17 मई को यह बढ़कर 84 लाख 57 हजार के पार पहुंच गई। इस प्रकार इसमें 110.37 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।