Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 04:06 PM
वाहन कलपुर्जा उद्योग का कुल कारोबार वित्त वर्ष 2016-17 में 14.3 प्रतिशत बढ़कर 43.5 अरब डॉलर...
नई दिल्लीः वाहन कलपुर्जा उद्योग का कुल कारोबार वित्त वर्ष 2016-17 में 14.3 प्रतिशत बढ़कर 43.5 अरब डॉलर यानी 2,92,184 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। पिछले साल इसकी विकास दर सात प्रतिशत रही थी। वाहन कलपुर्जा कंपनियों के संगठन एक्मा के अध्यक्ष रत्तन कपूर ने आज यहां एक प्रेसवार्ता में यह जानकारी देते हुए कहा कि नोटबंदी, सरकारी नीतियों में अस्थिरता तथा वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) लागू होने जैसी चुनौतियों के बावजूद यह वृद्धि काफी उत्साहजनक है। उन्होंने बताया कि सबसे बेहतरनी प्रदर्शन बिक्री बाद बाजार का रहा। इसमें 25.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और इसका कारोबार 56,096 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इनमें उन कंपनियों के आंकड़े भी शामिल हैं जो एक्मा के सदस्य नहीं हैं।
कलपुर्जों का निर्यात सुस्त रहा। यह 3.1 प्रतिशत बढ़कर 73,128 करोड़ रुपए पर रहा। पिछले छह साल में वाहन कलपुर्जा उद्योग की औसत विकास दर 11 प्रतिशत सालाना रही है। कपूर ने बताया कि घरेलू मांग में अपेक्षा से तेज बढ़ौतरी के कारण कंपनियाँ निर्यात पर फोकस नहीं कर पाईं। साथ ही वैश्विक स्तर पर कमजोर आर्थिक विकास दर से भी निर्यात मांग प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि पहले दुपहिया पर चलने वाला मध्यम वर्ग तेजी से इंट्री लेवल कारें खरीद रहा है। इससे कार उद्योग में तेजी आने से कलपुर्जों की मांग बढ़ी है।
वहीं, घरेलू उद्योग के अच्छे प्रदर्शन बढ़ी मांग के बावजूद वाहन कलपुर्जा आयात पिछले वित्त वर्ष में 0.1 प्रतिशत घटकर 90,662 करोड़ रुपए (लगभग 13.82 अरब डॉलर) का रह गया। एशियाई देशों से आयात 2.4 प्रतिशत बढ़ा है, लेकिन उत्तरी अमरीका और यूरोप से आयात में क्रमश: 14.6 प्रतिशत और 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।