Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 11:07 AM
सरकार का प्रत्यक्ष कर संग्रहण मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में सालाना आधार पर 19.3 प्रतिशत बढ़कर 6.95 लाख करोड़ रुपए हो गया। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार वित्त वर्ष के शुरुआती दस महीनों में हुआ शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रहण वित्त वर्ष...
नई दिल्लीः सरकार का प्रत्यक्ष कर संग्रहण मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जनवरी अवधि में सालाना आधार पर 19.3 प्रतिशत बढ़कर 6.95 लाख करोड़ रुपए हो गया। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार वित्त वर्ष के शुरुआती दस महीनों में हुआ शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रहण वित्त वर्ष 2017-18 के संशोधित अनुमान 10.05 लाख करोड़ रुपए का 69.2 प्रतिशत है।
इसके अनुसार जनवरी 2018 तक प्रत्यक्ष कर संग्रहण के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुद्ध संग्रहण 6.95 लख करोड़ रुपए रहा जो कि पिछले साल इसी अवधि के शुद्ध संग्रहण की तुलना में 19.3 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान कारपोरेट आयकर (सीआईटी) में 19.2 प्रतिशत जबकि व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) में 18.6 प्रतिशत की बढ़ौतरी देखने को मिली। मौजूदा वित्त वर्ष में शुरुआती दस महीनों में 1.26 लाख करोड़ रुपए के रिफंड जारी किए गए हैं।