Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 12:58 PM
यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे प्रस्तावित सनवर्ल्ड वंदिता प्रॉजेक्ट हाउजिंग सोसायटी में फ्लैट बुक कराने वाले 39 बायर्स ने अपनी रकम वापस पाने के लिए नेशनल कन्ज्यूमर फोरम पहुंच गए हैं। बायर्स का दावा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे के सेक्टर 22 डी
नई दिल्लीः यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे प्रस्तावित सनवर्ल्ड वंदिता प्रॉजेक्ट हाउजिंग सोसायटी में फ्लैट बुक कराने वाले 39 बायर्स ने अपनी रकम वापस पाने के लिए नेशनल कन्ज्यूमर फोरम पहुंच गए हैं। बायर्स का दावा है कि यमुना एक्सप्रेस-वे के सेक्टर 22 डी में स्थित इस प्रॉजेक्ट को बीते साल ही बिल्डर ने वापस ले लिया था, लेकिन अब तक रिफंड नहीं मिला है।
बिल्डर ने रिफंड के लिए बायर्स को जो चेक दिए थे, वे बाउंस हो चुके हैं। हर इन्वेस्टर का करीब 6.5 लाख रुपए से लेकर 8.5 लाख रुपए तक फंसा हुआ है, हालांकि डिवेलपर का कहना है कि उसने 75 पर्सेंट बायर्स को उनकी राशि लौटा दी गई है। आपको बता दें कि इस सोसायटी में फ्लैट के लिए इन्वेस्ट करने वाले फ्लैट्स का अभी तक काम शुरू भी नहीं हुआ है। तब से अब तक 5 साल बीते चुके हैं और इस प्रॉजेक्ट्स पर कोई काम नहीं हुआ है अब इन्वेस्टर्स अपना रिफंड पाने के लिए कानूनी जंग की तैयारी कर रहे हैं।
जमीन न मिलने के कारण नहीं हुआ प्रोजेक्ट पूरा
यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी का कहना है कि सनवर्ल्ड ने वंदिता के लिए 2010 में 104 एकड़ जमीन खरीदी थी और इसके लिए 100 करोड़ रुपये की रकम जमा कराई थी. सनवर्ल्ड का कहना है कि यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की ओर से जरूरत की 65 फीसदी भूमि ही मुहैया कराई गई, वह भी टुकड़ों में दी गई, जिसके चलते उसका प्रॉजेक्ट परवान नहीं चढ़ सका।