Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 12:34 PM
पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता ने गैर-निष्पादित आस्तियों (एन.पी.ए.) वाले 5 बड़े खातों का समाधान द्विपक्षीय आधार पर होने की उम्मीद जताई, जबकि
नई दिल्ली: पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता ने गैर-निष्पादित आस्तियों (एन.पी.ए.) वाले 5 बड़े खातों का समाधान द्विपक्षीय आधार पर होने की उम्मीद जताई, जबकि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पहचान किए गए कुल 28 एन.पी.ए. खातों में से बचे 2 दर्जन अतिरिक्त खातों का समाधान राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एन.सी.एल.टी.) के माध्यम से करने के लिए कहा।
मेहता ने कहा, ‘‘दूसरी सूची के 28 मामलों में से हमारा बैंक 20 में शामिल है। इनके तहत बैंक ने 6,500 करोड़ रुपए का ऋण दिया हुआ है और इसके लिए बैंक को अपने खातों में 800 करोड़ रुपए का प्रावधान करने की जरूरत है। इसमें से 75 करोड़ रुपए बैंक सितम्बर के अंत तक दे चुका है और बचे हुए 725 करोड़ रुपए इस तिमाही में दिए जाएंगे।’’