Edited By ,Updated: 01 Apr, 2017 04:27 PM
देश के सबसे बड़े बैंक एस.बी.आई. में आज (1 अप्रैल) से 6 बैंकों का विलय होगा। विलय होने वाले बैंकों के ग्राहक 1 अप्रैल से एस.बी.आई. के ग्राहक हो गए हैं।
नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े बैंक एस.बी.आई. में आज (1 अप्रैल) से 5 बैंकों का विलय हो गया है। विलय होने वाले बैंकों के ग्राहक 1 अप्रैल से एस.बी.आई. के ग्राहक हो गए हैं। साथ ही बैंक ने अपनी सर्विस चार्ज में भी बदलाव किया है जिसका सीधा असर बैंक ग्राहक पर होगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एस.बी.आई.) में 5 एसोसिएट बैंकों- स्टेट बैंक ऑफ बिकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर का मर्जर हो गया है। वहीं भारतीय महिला बैंक पहले से ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ है।
दुनिया के टॉप 50 बैंकों में हुआ शामिल
- इस मर्जर के साथ एस.बी.आई. एसेट्स के हिसाब से दुनिया के टॉप 50 बैंकों में शामिल हो गया है।
- बैंक का टोटल कस्टमर बेस 37 करोड़ हो गया है।
- देश भर में ब्रांच नैटवर्क करीब 24,000 और करीब 59,000 ए.टी.एम. हैं।
- मर्जर के बाद टोटल डिपॉजिट बेस 26 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है और एडवांस लेवल 18.50 लाख करोड़ रुपए है।
- मर्जर के बाद सभी एसोसिएट बैंकों के कस्टमर्स एस.बी.आई. के डिजिटल प्रोडक्ट्स और सर्विसेज का फायदा उठा सकते हैं।
महंगी हुईं SBI की कई सेवाएं
- 1 अप्रैल से एस.बी.आई. अपने ग्राहकों को सिर्फ एक महीने में 3 बार ही बैंक खातों में पैसे जमा कराने की मुफ्त सेवा मुहैया कराएगा।
- 3 बार के बाद नकदी के प्रत्येक लेनदेन पर 50 रुपए का शुल्क और सेवाकर देना होगा। वहीं चालू खातों के मामले में यह शुल्क अधिकतम 20,000 रुपए भी हो सकता है।
- बैंक ने ए.टी.एम. सहित अन्य सेवाओं के शुल्क में भी बदलाव किए हैं। बैंक ने मासिक औसत बकाया (मिनिमम बैलेंस) के नियमों में भी बदलाव किए हैं।
- मेट्रो सिटी के खातों के लिए न्यूनतम 5000 रुपए, शहरी क्षेत्रों में 3000 रुपए, सेमी अर्बन में 2000 तथा ग्रामीण या रूरल इलाकों में 1000 रुपए न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी होगा।
- न्यूनतम राशि ना रखने वाले ग्राहकों से बैंक चार्ज वसूलेगा।
- एक महीने में अन्य बैंक के ए.टी.एम. से 3 बार से ज्यादा निकासी पर 20 रुपए और एस.बी.आई. के ए.टी.एम. से 5 से ज्यादा निकासी पर 10 रुपए का शुल्क लिया जाएगा।