Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 09:45 AM
देश में वस्तु एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) लागू होने को लेकर किए गए इंटरनैशनल फैडरेशन ऑफ अकाऊंटैंट्स (आई.एफ.ए.सी.) के एक सर्वेक्षण में 64 प्रतिशत भारतीय कारोबारियों ने कहा है कि इससे उनके कारोबार में दिक्कत पैदा हुई है। यह सर्वेक्षण ऑनलाइन किया गया। इसमें...
नई दिल्ली: देश में वस्तु एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) लागू होने को लेकर किए गए इंटरनैशनल फैडरेशन ऑफ अकाऊंटैंट्स (आई.एफ.ए.सी.) के एक सर्वेक्षण में 64 प्रतिशत भारतीय कारोबारियों ने कहा है कि इससे उनके कारोबार में दिक्कत पैदा हुई है। यह सर्वेक्षण ऑनलाइन किया गया। इसमें 1,200 लोगों से पूछताछ की गई।
आई.एफ.ए.सी. के लिए हैरिस पोल द्वारा 30 अक्तूबर से 2 नवम्बर 2017 के बीच किए गए इस सर्वेक्षण में जी.एस.टी. लागू होने के बाद अकाऊंट प्रोफैशनल्स के सामने आने वाले कुछ अहम मुद्दों पर भी बातचीत की गई। इसके अलावा सर्वेक्षण में भाग लेने वालों में से 76 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जी.एस.टी. का अनुपालन करने के लिए एक अकाऊंट्स प्रोफैशनल साथ में होना जरूरी हो गया है। गौरतलब है कि देश में 1 जुलाई 2017 से जी.एस.टी. व्यवस्था लागू की गई। इसका मकसद अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में लंबे समय से चली आ रही चुनौतियों का समाधान करना है।