Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 06:36 PM
भारतीय यात्रा एवं पर्यटन उद्योग में 2.5 प्रति वृद्धि की क्षमता है। इसके पीछे अहम कारण उच्च बजटीय आंवटन और स्वास्थ्य सेवाओं का सस्ता होना है। उद्योग मंडल एसोचैम और यस बैंक के एक संयुक्त अध्ययन के अनुसार इस उद्योग क्षेत्र में ढाई प्रतिशत वृद्धि करने...
नई दिल्लीः भारतीय यात्रा एवं पर्यटन उद्योग में 2.5 प्रति वृद्धि की क्षमता है। इसके पीछे अहम कारण उच्च बजटीय आंवटन और स्वास्थ्य सेवाओं का सस्ता होना है। उद्योग मंडल एसोचैम और यस बैंक के एक संयुक्त अध्ययन के अनुसार इस उद्योग क्षेत्र में ढाई प्रतिशत वृद्धि करने की क्षमता है। इसकी वजह वित्त वर्ष 2018-19 में इसके लिए बजटीय आवंटन बढ़कर कम से कम 0.15 प्रति होने की उम्मीद है जो मौजूदा समय में 0.09 प्रति है।
रिर्पोट में पर्यटन बुनियादी ढांचे का विकास और पर्यटन थीमों के उभार समेत कई विकासात्मक हस्तक्षेप करने का भी प्रस्ताव किया गया है। विश्व यात्रा एवं पर्यटन परिषद के अनुसार भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन एवं यात्रा क्षेत्र का कुल योगदान 2016 में 208.9 अरब डॉलर रहा जो जीडीपी का 9.6 प्रति था। 2017 में इसमें 6.7 प्रति की वृद्धि होने और 2027 तक इसके जीडीपी के 10 प्रति होने का अनुमान है।