Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jun, 2017 10:26 AM
दालों के गिरते दामों और किसानों का रुझान दाल की ओर बढ़ाने के लिए एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री ने तुअर दाल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाए जाने की वकालत की है।
नई दिल्ली: दालों के गिरते दामों और किसानों का रुझान दाल की ओर बढ़ाने के लिए एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री ने तुअर दाल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाए जाने की वकालत की है। मौजूदा समय में तुअर दाल पर 10 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लागू है जिसे मिनिस्ट्री ने 20 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा है। मिनिस्ट्री का मानना है कि इंपोर्ट ड्यूटी के बावजूद तुअर दाल का इंपोर्ट नहीं रुक रहा है जिससे दाम नीचे आ रहे हैं। ऐसे में किसान आने वाले सीजन में दाल बुआई में रुचि कम कर सकते हैं।
एम.एस.पी. से नीचे आ गए दाम
फूड मिनिस्ट्री ने पिछले दिनों तुअर दाल पर 10 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगाई थी। बावजूद इसके तुअर का इंपोर्ट नहीं रुक रहा है। अब तक देश में लगभग 30 लाख टन तुअर इंपोर्ट किया जा चुका है। इसके चलते देश में विभिन्न मंडियों में तुअर के दाम निर्धारित एम.एस.पी. 5050 रुपए प्रति किंवटल से काफी नीचे आ गए हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक जहां पर अभी भी किसान तुअर मंडियों में लेकर जा रहे हैं तुअर दाल के दाम 4000 रुपए प्रति किंवटल से भी कम हैं।