Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 04:49 PM
अब एक से ज्यादा कंपनियां एयर इंडिया को खरीद सकती हैं। यही नहीं नीलामी के बाद 3 साल के भीतर एयर इंडिया को शेयर बाजार में लिस्ट करना जरूरी होगा। जानकारी के मुताबिक नीलामी के नियमों यानि एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट में इसकी शर्तों को जोड़ा जा सकता है।
नई दिल्लीः अब एक से ज्यादा कंपनियां एयर इंडिया को खरीद सकती हैं। यही नहीं नीलामी के बाद 3 साल के भीतर एयर इंडिया को शेयर बाजार में लिस्ट करना जरूरी होगा। जानकारी के मुताबिक नीलामी के नियमों यानि एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट में इसकी शर्तों को जोड़ा जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि एयर इंडिया में हिस्सा खरीदने वाले कंसोर्शियल में एक कंपनी का हिस्सा 51 फीसदी होना जरूरी है, जबकि बाकी निवेशकों की हिस्सेदारी कम से कम 20 फीसदी होनी चाहिए। एयर इंडिया में सरकार 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी और हिस्सा बेचने के बाद सरकार की 24 फीसदी हिस्सेदारी होगी। विदेशी कंपनियां भी एयर इंडिया की नीलामी में हिस्सा ले सकती हैं। साथ ही कर्ज में डूबी एयरलाइंस भी एयर इंडिया के लिए बोली लगा सकती है।