Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 02:35 PM
रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। जियो ने एयरटेल के आरोपों ...
नई दिल्लीः रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। जियो ने एयरटेल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह मोबाइल इंटरकनेक्शन शुल्क के मामले में उपभोक्ताओं की कीमत पर नीति का झुकाव अपनी ओर करने का प्रयास कर रही है।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को पत्र भेजा है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एयरटेल हमेशा से किसी तरह की प्रतिस्पर्धा का विरोध करती रही है। चाहे वह एम.टी.एन.एल. की मोबाइल सेवाओं का मामला हो या मूल आपरेटर द्वारा डब्ल्यू.एल.एल. सेवाओं का मामला या फिर जियो को पर्याप्त नेटवर्क इंटरकनेक्शन पॉइंट देने का मामला हो। अब वह नई प्रतिस्पर्धा को रोकने के लिए आई.यू.सी. के इस्तेमाल का प्रयास कर रही है। जियो ने एयरटेल के कारोबार में 79,000 करोड़ रुपए के आंतरिक निवेश के दावे को भी खारिज कर दिया। जियो ने आरोप लगाया कि एयरटेल ने पिछले कई बरसों में आंशिक रूप से नया इक्विटी निवेश किया है जबकि उसे कहीं ऊंचा निवेश करने की जरूरत थी।