Edited By ,Updated: 17 May, 2017 02:14 PM
कस्टमर्स के बीच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन कारों को बढ़ते रुझान को देखते हुए देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ऑटोमैटिक व्हीकल्स की रेंज पर फोकस बढ़ा रही है।
नई दिल्लीः कस्टमर्स के बीच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन कारों को बढ़ते रुझान को देखते हुए देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ऑटोमैटिक व्हीकल्स की रेंज पर फोकस बढ़ा रही है। कंपनी का इरादा साल 2020 तक 3 लाख ऑटोमैटिक कारों को बेचने का है। इसे पूरा करने के लिए कंपनी को अपनी ऑटोमैटिक व्हीकल्स सेल्स को दोगुना करना होगा। बीते वित्त वर्ष में मारुति सुजुकी ने 79,330 ऑटोमैटिक व्हीकल्स बेचे हैं।
सभी मॉडल्स में होगा ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन
मारुति सुजुकी के ईडी (सेल्स एंड मार्केटिंग) आर.एस.कल्सी ने संकेत दिया है कि जिन मॉडल्स में फिलहाल ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन नहीं है जल्द उन सभी मॉडल्स में इस टैक्नोलॉजी को पेश किया जाएगा। इस वक्त मारुति 3 तरह के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन – एएमटी, सीवीटी और टॉर्क कन्वर्टर एटी यूज कर रही है।
मारुति सुजुकी के ईडी (इंजीनियरिंग) सी.वी.रमन ने कहा कि ऑटोमैटिक टैक्नोलॉजी को एक्सपेंड करने का मकसद कम्फर्ट और आसान ड्राइविंग है। मारुति अपने सभी सेगमेंट के मॉडल्स में किसी एक दो पैडल टेक्नोलॉजीज (एजीएस, सीवीटी या एटी) को पेश करने की योजना बना रही है।
बढ़ रही है ऑटोमैटिक कारों की सेल्स
वित्त वर्ष 2014-15 में मारुति सुजुकर ने एजीएस टेक्नोलॉजी को पेश किया था। उस वक्त कंपनी ने 32,426 व्हीकल्स को बेचा। वहीं, 2015-16 में यह आंकड़ा 75 फीसदी बढ़कर 56,968 यूनिट्स हो गया और 2016-17 में 39.25 फीसदी बढ़कर 79,330 यूनिट्स।
2020 तक 20 लाख कारें बेचने का टारगेट
मारुति सुजुकी ने साल 2020 तक 20 लाख यूनिट्स बेचने का टारगेट रखा है। कंपनी ने पहले ही कहा है कि 2017-18 के दौरान 17.8 लाख कारों को बेचना चाहती है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढ़ाएगी।