Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jul, 2017 05:12 PM
मोबाइल फोन बाजार की दो दिग्गज कंपनियों में एक पेटेंट को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि मुकदमेबाजी तक की नौबत आ गई
नई दिल्लीः मोबाइल फोन बाजार की दो दिग्गज कंपनियों में एक पेटेंट को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि मुकदमेबाजी तक की नौबत आ गई। मामला बढ़ता देख एप्पल ने समझौता करना चाहा तो इसके लिए नोकिया ने 2 अरब डॉलर का भुगतान करने की शर्त रख दी। एेसे में 2 अरब के भुगतान के बाद एप्पल ने अपनी जान छुड़ाई। टेकक्रंच में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नोकिया इस रकम का क्या करेगी, अभी तक बताया नहीं है।
झगड़ा पिछले साल दिसंबर महीने में शुरू हुआ था, जब पेटेंट को लेकर दोनों कंपनियां उलझ गई थीं। एप्पल ने एक थर्ड पार्टी कंपनी पर पेंटेट को लेकर एंटी-ट्रस्ट मुकदमा दायर किया था, जो नोकिया की तरफ से काम करती थी। इसके बाद फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने अमेरिकी कंपनी एप्पल पर सीधे मुकदमा दायर कर दिया।
एप्पल के मुताबिक, नोकिया ने पीएईएस पेटेंट का दावा करने वाली संस्थाओं (एबिसिया रिसर्च एंड कॉन्वेंटेंट प्रॉपर्टी प्रबंधन) के साथ 'अवैध पेटेंट ट्रांसफर स्कीम' में एप्पल से पैसे निकालने के लिए षड्यंत्र किया था, क्योंकि नोकिया का सेल फोन कारोबार डूब रहा था।
नोकिया ने भी एप्पल के खिलाफ यूरोप और अमेरिका में सीधा मुकदमा दायर किया और आरोप लगाया कि कंपनी नोकिया के पेटेंट का उल्लंघन कर रही है। इस मुकदमे में 32 पेटेंटों का जिक्र किया गया था, जिसमें डिस्प्ले, यूजर इंटरफेस, सॉफ्टवेयर और वीडियो कोडिंग प्रौद्योगिकी शामिल थी।