Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 03:53 PM
निजी क्षेत्र के आईडीएफसी बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट ने आज कहा कि उन्हें विलय के लिए अपने-अपने निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गई है। सौदे के तहत कैपिटल फर्स्ट के प्रत्येक 10 शेयर के लिए आईडीएफसी बैंक 139 शेयर जारी करेगा।
नई दिल्लीः निजी क्षेत्र के आईडीएफसी बैंक और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी कैपिटल फर्स्ट ने आज कहा कि उन्हें विलय के लिए अपने-अपने निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गई है। सौदे के तहत कैपिटल फर्स्ट के प्रत्येक 10 शेयर के लिए आईडीएफसी बैंक 139 शेयर जारी करेगा।
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव लाल ने जारी बयान में कहा, ‘‘हमें यकीन है कि यह विलय आईडीएफसी बैंक के लिए अभूतपूर्व होगा। इससे तकनीकी और सांस्कृतिक जुड़ाव वाले दो संगठन विविधता से भरा एक वैश्विक बैंक बनाने के लिए एक साथ आएंगे और इससे सभी संबंधित पक्षों का मूल्यवर्धन होगा।’’ कैपिटल फर्स्ट के मौजूदा चेयरमैन एवं एमडी वी. वैद्यनाथ विलय के बाद संयुक्त निकाय के एमडी व सीईओ होंगे। लाल संयुक्त निकाय के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभालेंगे। वह वीणा मानकर को स्थानांतरित करेंगे। हालांकि मानकर भी निदेशक मंडल में बनी रहेंगी।