Edited By ,Updated: 11 Oct, 2016 01:48 PM
उद्योग संगठन एसोचैम का मानना है कि एक तरफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक तथा वित्तीय जोखिमों के दबाव तथा दूसरी ओर घरेलू
नई दिल्लीः उद्योग संगठन एसोचैम का मानना है कि एक तरफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक तथा वित्तीय जोखिमों के दबाव तथा दूसरी ओर घरेलू बाजार में मांग में सुधार से इस त्यौहारी मौसम में सोने के दाम 30,500 रुपए से 33,500 रुपए प्रति दस ग्राम के बीच रहेंगे।
संगठन द्वारा आज जारी एक अध्ययन पत्र में कहा गया है कि इस साल जनवरी से अब तक करीब 25 प्रतिशत चमकने के बाद देश के विभिन्न शहरों में 24 कैरेट सोना अभी 31,000 रुपए से 31,500 रुपए प्रति दस ग्राम के बीच है। इसमें कहा गया है, 'आने वाले समय में त्यौहारी मांग को वैवाहिक मौसम से और बल मिलेगा जो देश में सोने की खपत का सबसे बड़ा कारक है। अगले कुछ महीनों की अल्पावधि में कीमतों में डेढ़ से 2 हजार रुपए तक की बढ़ौतरी या एक से 2 हजार रुपए तक की गिरावट संभव है।
अध्ययन पत्र के अनुसार, दुनिया के दो सबसे बड़े स्वर्ण आयातक देशों में एक भारत में इस साल सोने का आयात काफी कम रहा है। इसके कई कारण हैं। मसलन, सोने के आभूषणों पर उत्पाद शुल्क लगाने के विरोध में मार्च-अप्रैल में देश भर के सर्राफा कारोबारियों की 42 दिन चली हड़ताल, 10 प्रतिशत सीमा शुल्क का जारी रहना आदि। इन कारणों से जनवरी से सितंबर तक कुल आयात 270 टन रहा है जबकि पिछले साल इस अवधि में यह 658 टन रहा था।