Edited By ,Updated: 07 Oct, 2016 11:58 AM
700 मैगाहर्ट्ज का रिजर्व प्राइस ज्यादा होने के चलते स्पैक्ट्रम नीलामी पर फ्लॉप होने का खतरा मंडराने लगा है।
नई दिल्लीः 700 मैगाहर्ट्ज का रिजर्व प्राइस ज्यादा होने के चलते स्पैक्ट्रम नीलामी पर फ्लॉप होने का खतरा मंडराने लगा है। प्रीमियम सैगमैंट में 700 और 900 मैगाहर्ट्ज स्पैक्ट्रम के लिए कोई खरीदार नहीं मिला है।
महंगा होने के कारण नहीं बिका स्पैक्ट्रम
सरकार को उम्मीद थी कि उसको स्पैक्ट्रम नीलामी से 5 लाख करोड़ रुपए की कमाई होगी लेकिन गुरुवार शाम तक खजाने में करीब 65,789 करोड़ रुपए ही आए हैं। इस बीच 5वें दिन भी स्पैक्ट्रम नीलामी के राऊंड का समय 60 मिनट से घटाकर 45 मिनट किया गया।
कल तक हुई 23 राऊंड की स्पैक्ट्रम की नीलामी में करीब 63,000 करोड़ रुपए तक की स्पैक्ट्रम की बोली लगाई गई थीं। अब तक प्रीमियम सैगमैंट में 700 और 900 मैगाहर्ट्ज स्पैक्ट्रम का खरीदार नहीं मिला है। सबसे ज्यादा बोली मुम्बई, पूर्वी उत्तर प्रदेश के 1800 मैगाहर्ट्ज बैंड में मिली हैं।
गौरतलब है कि 700 मैगाहर्ट्ज का रिजर्व प्राइस 1140 करोड़ प्रति हर्ट्ज रखा गया जो बहुत ज्यादा बताया जा रहा है। अभी 700 मैगाहर्ट्ज के इस्तेमाल के लिए सुविधाएं भी नहीं हैं। सूत्रों के अनुसार महंगा होने के कारण स्पैक्ट्रम नहीं बिक सका।