एक्सिस बैंक का अनुमान, नोटों पर पाबंदी से कर्ज होंगे सस्ते

Edited By ,Updated: 13 Nov, 2016 07:35 PM

axis bank  interest rate

निजी सेक्टर के ऐक्सिस बैंक का कहना है कि बैंक के मुताबिक 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद किए जाने के चलते बड़े पैमाने पर लोगों ने कैश जमाया कराया है, इसके चलते वित्तीय संस्थाओं की आर्थिक सेहत सुधरी है।

मुंबईः निजी सेक्टर के ऐक्सिस बैंक का कहना है कि बैंक के मुताबिक 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद किए जाने के चलते बड़े पैमाने पर लोगों ने कैश जमाया कराया है, इसके चलते वित्तीय संस्थाओं की आर्थिक सेहत सुधरी है।

ऐक्सिस बैंक के रिटेल बैंकिंग हेड राजीव आनंद ने बताया, 'एक समय में सेविंग और चालू खातों में बहुत कम राशि जमा थी लेकिन अब इनमें बढ़ौतरी के चलते हमारे लोन की कीमतें सस्ती हो सकती हैं।' ऐक्सिस बैंक की ओर से आए इस बयान को उन लोगों के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है, जो लंबी लाइनों में लगकर अपने पैसे को जमा करा रहे हैं। हालांकि ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंकों ने कई तरह की सहूलियतें भी दी हैं। जैसे शनिवार और रविवार को भी बैंकों को खोला गया है और वर्किंग आवर्स में भी इजाफा किया गया है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार की शाम तक देश भर में बैंकों में 60,000 करोड़ रुपए जमा हुए। समय के साथ इस राशि में लगातार बड़ा इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है। डोमेस्टिक रेटिंग एजेंसी आई.सी.आर.ए. ने जमा के ब्याज में 0.3 से लेकर 0.10 फीसदी तक की कमी का अनुमान जताया है। जमा राशि पर मिलने वाले ब्याज में कटौती को बैंक लोन के इंटरेस्ट में कमी करते हुए लोगों को फायदा पहुंचाने पर विचार कर सकते हैं।

बैंक अधिकारी ने कहा कि नोटबंदी के बाद देश भर से कुल 13.5 ट्रिलियन रुपए जमा होने की उम्मीद है लेकिन दैनिक जरूरतों के लिए नकद निकासी और नोट एक्सचेंज के चलते यह आंकड़ा कुछ कम हो सकता है। इस सबसे बावजूद बैंक ने जमा राशि में 1.3 फीसदी से लेकर 3.5 फीसदी तक के इजाफे की उम्मीद जताई है।

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