Edited By ,Updated: 21 Jan, 2017 10:32 AM
बैंकों की ट्रेड यूनियनों के एक वर्ग ने 7 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी।
नई दिल्ली: बैंकों की ट्रेड यूनियनों के एक वर्ग ने 7 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी। बैंक कर्मचारियां ने नोटबंदी की अवधि के दौरान लगाए गए अंकुशों को हटाने और भारतीय रिजर्व बैंक की स्वायत्तता को संरक्षित रखने की अपनी मांग के समर्थन में हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। इसलिए आने वाली 7 फरवरी को आपको बैंक के काम करने में दिक्कत हो सकती है।
ऑल इंडिया बैंक इम्पलाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा, ‘‘ऐसी उम्मीद थी कि सरकार और रिजर्व बैंक बैंकों और जनता के सामने आ रही दिक्कतों को हल करने के लिए कदम उठाएंगे, लेकिन अभी भी नकदी संकट की स्थिति बनी हुई है। बैंकों में नकदी की कमी है। इस वजह से बैंक 24,000-1,00,000 रुपए वाली निकासी सीमा को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
एआईबीईए के अलावा ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और बैंक इम्पलाइज फेडरेशन आफ इंडिया भी हड़ताल में शामिल होंगी। यूनियनों की यह भी मांग है कि एक करोड़ रुपये या ज्यादा के कर्ज ना चुकाने वालों के के नाम प्रकाशित किए जाएं और डूबे कर्ज की वसूली के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।