Edited By ,Updated: 11 Jan, 2017 02:00 PM
रिलायंस जियो की फ्री 4जी सर्विसिस ने दूसरी टैलीकॉम कंपनियों को कड़ा मुकाबला दिया है। इसी बीच भारती एयरटेल ने रिलायंस जियो के साथ मुकाबला, कानूनी लड़ाई के जरिए करने का भी सोचा है।
नई दिल्लीः रिलायंस जियो की फ्री 4जी सर्विसिस ने दूसरी टैलीकॉम कंपनियों को कड़ा मुकाबला दिया है। इसी बीच भारती एयरटेल ने रिलायंस जियो के साथ मुकाबला, कानूनी लड़ाई के जरिए करने का भी सोचा है। एयरटेल ने टैलीकॉम ट्रिब्यूनल में हलफनामा दायर कर दावा किया है कि ट्राई नियमों को तोड़कर जियो को लोक-लुभावने ऑफर्स देने की इजाजत दे रहा है। एयरटेल ने अपने हलफनामे में कहा है कि ये ऑफर्स (जियो ऑफर्स) बाजार में खुली प्रतियोगिता के सिद्धांत के खिलाफ हैं। एयरटेल ने टीडीसैट में 10 जनवरी 2017 को यह याचिका दायर की है। कंपनी ने आरोप लगाया कि ट्राई ने रिलायंस जियो को फ्री वॉयस और डेटा सर्विस देने की इजाजत दी है, जो इंटरकनैक्ट रूल्स का उल्लंघन है और यह कदम ‘गैरकानूनी’ है।
वहीं लगभग दो हफ्ते पहले भी एयरटेल ने टीडीसैट में याचिका दायर करके कहा था कि ट्राई को जियो के फ्री डेटा और वॉयस सर्विस को रोकने के निर्देश दिए जाएं। एयरटेल का दावा था कि जियो ने इंटरकनैक्ट चार्ज से कम पर नया ऑफर दिया जा रहा है जो ट्राई के नियम का उल्लंघन है। इंटरकनैक्ट चार्ज रेगुलेटर ने अभी 14 पैसे प्रति मिनट पर तय किया है। इसी पर एयरटेल ने कहा था कि रिटेल टैरिफ इससे कम नहीं रखा जा सकता।
ट्राई ने जियो के नए ‘हैपी न्यू ईयर’ ऑफर की पड़ताल के लिए टीडीसैट से और समय मांगा है। इसके अलावा ट्राई ने जियो के पिछले फ्री ‘वेलकम’ ऑफर को नियम के मुताबिक बताया था। एयरटेल ने कहा है, ‘इंटरकनैक्ट चार्ज नियमों से खिलवाड़ ग्राहकों के हित में नहीं है क्योंकि इससे वे गुमराह हो सकते हैं।’ वहीं एयरटेल के नए हलफनामे में लगाए गए आरोप पर ट्राई ने तुरंत कोई जवाब नहीं दिया है।