Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 06:15 PM
दूरसंचार सेवाएं देने वाली देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी भारती एयरटेल में टाटा के उपभोक्ता मोबाइल कारोबार (सीएमबी) का विलय किया जाएगा
नई दिल्लीः दूरसंचार सेवाएं देने वाली देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी भारती एयरटेल में टाटा के उपभोक्ता मोबाइल कारोबार (सीएमबी) का विलय किया जाएगा। सीएमबी में दो कंपनियाँ टाटा टेलीसर्विसेज लिमिटेड (टीटीएसएल) और टाटा टेलीसर्विसेज महाराष्ट्र लिमिटेड (टीटीएमएल) शामिल हैं। टाटा और एयरटेल ने आज संयुक्त बयान में बताया कि टाटा सीएमबी का भारती एयरटेल में विलय किया जायेगा जो विभिन्न नियामकों की मंजूरी पर निर्भर करेगा। इस मर्जर के बाद एयरटेल 19 सर्किल में टाटा का कारोबार खरीदेगी।यह एक ऐसी डील होगी, जिसके माध्यम से भारत की सबसे बड़ी वायरलेस कंपनी को मुफ्त में ही बड़ा सब्सक्राइबर बेस मिलेगा। दोनों कंपनियों ने गुरुवार को इस डील का एलान किया।
बता दें कि टाटा टेली के 4 करोड़ ग्राहक है। पूरी डील में कैश या कर्ज का लेनदेन नहीं होगा। टाटा अपने सारे कर्ज की देखभाल करेगा। आज भारती एयरटेल के बोर्ड से डील को मंजूरी मिल गई है। इस डील से भारती एयरटेल को 175 मेगाहर्टज का स्पेक्ट्रम मिलेगा। वहीं टाटा अपनी टावर सब्सिडियरी में हिस्सेदारी बनाए रखेगा। एयरटेल के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा कि भारतीय मोबाइल उद्योग में एकीकरण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। यह भारत में किफायती और विश्व स्तरीय सेवायें देने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित अधिग्रहण के पूरा होने तक ग्राहकों को बगैर किसी बाधा के सेवायें मिलती रहेंगी और नेटवर्क का एकीकरण भी निर्बाध होगा। इस अधिग्रहण से कई सर्किलों में भारती एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी में सुधार होगा।