Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 12:09 PM
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) आज बड़ा कदम उठाते हुए 36 कंपनियों को डिलिस्ट करने जा रहा है। बीएसई के इस फैसले से आज यानि 5 मार्च से इन कंपनियों में कोई ट्रेडिंग नहीं होगी। बीएसई ने अपने एक सर्कुलर में जानकारी दी है कि यह कंपनियां टैक्सटाइल्स से...
नई दिल्लीः बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) आज बड़ा कदम उठाते हुए 36 कंपनियों को डिलिस्ट करने जा रहा है। बीएसई के इस फैसले से आज यानि 5 मार्च से इन कंपनियों में कोई ट्रेडिंग नहीं होगी। बीएसई ने अपने एक सर्कुलर में जानकारी दी है कि यह कंपनियां टैक्सटाइल्स से लेकर फार्मा सेक्टर तक की हैं। सेबी और स्टॉक एक्सचेंज इन कंपनियों के शेयरों की फेयर वैल्यू निकालेंगे, जिसके आधार पर निवेशकों को पैसा मिलेगा।
पिछले 3 साल से नहीं हो रही थी ट्रेडिंग
बीएसई ने यह कार्रवाई उस वक्त की है जब सराकर शेल कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। इनमें लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां शामिल हैं। सरकार का आरोप है कि यह कंपनियां फंड का गैरकानूरी तरीके से लेनदेन कर रही थीं। बीएसई ने सर्कुलर जारी कर बताया है कि 28 कंपनियाें में 3 साल से ट्रेडिंग सस्पेंड चल रही थी, इनको डिलिस्ट किया जा रहा है। डिलिस्ट होने वाली अन्य कंपनियों में मफतलाल डाइ एंड कैमिकल्स, वेरोनिका लेबोट्रीज, पोलर फार्मा इंडिया, स्नोक टेक्नॉलीज इंटरनेशनल और बैल्लारी स्टील एंड एलॉय शामिल हैं।
ये कंपनियां होंगी डिलिस्ट
बीएसई के दूसरे सर्कुलर के मुताबिक 8 अन्य कंपनियों को भी डिलिस्ट किया जा रहा है। इनमें पिछले तीन साल से ट्रेडिंग सस्पेंड चल रही है। इन कंपनियों के नाम वोलप्लास्ट, अशोका कोस्टसीड्स, विजय कुमार मिल्स, ग्रेट वेस्टर्न इंडस्ट्रीज, अशोका कोस्टसीड्स, रूपल लेमिनेट्स, इनविरो क्लीन सिस्टम और गांधीधाम स्पिंनिंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड शामिल हैं।