Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 11:50 AM
दिल्ली की रिफ्यूजी कॉलोनियां पर मॉनिटरिंग कमिटी बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रही है। मॉनिटरिंग कमिटी के पास 45 कॉलोनियों में 12 हजार प्रॉपर्टी पर अवैध निर्माण की लिस्ट है। लाजपत नगर की अमर कॉलोनी भी रिफ्यूजी कॉलोनी है, जहां बड़ा सीलिंग ऐक्शन हुआ था।...
नई दिल्लीः दिल्ली की रिफ्यूजी कॉलोनियां पर मॉनिटरिंग कमिटी बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रही है। मॉनिटरिंग कमिटी के पास 45 कॉलोनियों में 12 हजार प्रॉपर्टी पर अवैध निर्माण की लिस्ट है। लाजपत नगर की अमर कॉलोनी भी रिफ्यूजी कॉलोनी है, जहां बड़ा सीलिंग ऐक्शन हुआ था। विभाजन के दौरान पाक से भारत आए शरणार्थियों के लिए इन कॉलोनियों को बसाया गया था।
केंद्र सरकार के लैंड ऐंड डिवेलपमेंट ऑफिस (एलऐंडडीओ) ने मॉनिटरिंग कमिटी को एक लिस्ट सौंपी है। सूत्र बताते हैं कि जो लिस्ट कमिटी को सौंपी गई है, वे बड़े अवैध निर्माणों की है। अगर इन कॉलोनियों के छोटे अवैध निर्माण शामिल कर लिए जाते तो उनकी संख्या लाखों में होती। राजधानी में 45 रिफ्यूजी कॉलोनियां हैं। इनमें राजेंद्र नगर, पटेल नगर, कीर्ति नगर, तिलक नगर, जंगपुरा, लाजपत नगर, रमेश नगर, मोती नगर, सुभाष नगर जैसी बड़ी कॉलोनियां शामिल हैं। सार्वजनिक शौचालयों तक को खत्म कर आम सहमति से कब्जा कर अवैध निर्माण कर लिए गए हैं।
यह जमीन विभाग ने पाकिस्तान से आए लोगों को दी थी। यह मकान 25 से 28 गज के थे। कॉलोनियां जब बसाई गई थी जब इनकी आबादी 7 लाख के आसपास थी। बाद में 70 के दशक में इन कॉलोनियों को शॉप कम रेजिडेंट में बदला गया। अब इन कॉलोनियों में अवैध निर्माण काफी अधिक हैं।