Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 06:22 PM
विदेशी कंपनियों के कई भारतीय कर्मचारी भारत में बिटकॉइन के रूप में रकम साथ ला रहे हैं। यह डॉलर को रुपये में बदलने का नि:शुल्क जरिया है। विदेशों में रहने वाले भारतीय भी अपने परिवारों को बिटकॉइन भेज रहे हैं। इन लोगों के लिए धन का ऐसा प्रवाह बिना किसी...
नई दिल्लीः विदेशी कंपनियों के कई भारतीय कर्मचारी भारत में बिटकॉइन के रूप में रकम साथ ला रहे हैं। यह डॉलर को रुपये में बदलने का नि:शुल्क जरिया है। विदेशों में रहने वाले भारतीय भी अपने परिवारों को बिटकॉइन भेज रहे हैं। इन लोगों के लिए धन का ऐसा प्रवाह बिना किसी नुकसान के मुनाफा कमाने का एक स्पष्टï अवसर देता है क्योंकि भारत में बिटकॉइन के लिए 5-10 प्रतिशत अधिक रकम मिलती है।
भारत में बिटकॉइन के सबसे बड़े एक्सचेंज यूनोकॉइन ने विदेशी कंपनियों को भारत में रकम भेजने में मदद करने के लिए बिटवेज से समझौता किया है। बिटवेज ने भारतीय कर्मचारियों को भुगतान के लिए विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाया है। यूनोकॉइन ग्राहकों के खाते रकम भेजने के लिए परंपरागत बैंकिंग माध्यम का इस्तेमाल करता रहा है।
यूनोकॉइन के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी सात्विक विश्वनाथ कहते हैं, 'विदेशी कंपनियां भारत में बिटकॉइन की ऊंची कीमतों का लाभ उठाने में सफल हैं। प्राप्तकर्ता को बिना किसी लेनदेन या सुविधा शुल्क के रकम मिल जाती है।' कुछेक सौ भारतीय फ्रीलांसर जो डॉलर में कमाते थे, अब वे अनकॉइन के ग्राहक हो चुके हैं।