Edited By ,Updated: 25 Mar, 2017 05:44 PM
कैडबरी के यूके हेड ग्लेन कैटन ने कहा है कि ब्रेग्जिट की वजह से उनकी कंपनी के चॉकलेट बार छोटे हो सकते हैं। कैटन ने इंग्लैंड के अखबार गार्डियन से कहा कि अगर आकार छोटा नहीं किया गया तो कंपनी इसकी कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकती है।
नई दिल्लीः कैडबरी के यूके हेड ग्लेन कैटन ने कहा है कि ब्रेग्जिट की वजह से उनकी कंपनी के चॉकलेट बार छोटे हो सकते हैं। कैटन ने इंग्लैंड के अखबार गार्डियन से कहा कि अगर आकार छोटा नहीं किया गया तो कंपनी इसकी कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकती है। हालांकि, कंपनी ब्रिटेन में ही रहेगी और चॉकलेट निर्माण के हब के रूप में देश की परंपरा बरकार रखेगी।
कैडबरी चॉकलेट बार की क्वॉलिटी से समझौता करने की जगह 'shrinkflation' का सहारा लिया जाएगा यानी इसका आकार छोटा किया जाएगा या फिर कीमत बढाई जाएगी। कंपनी की स्थापना बर्मिंगम में हुई थी और अब इस पर मॉन्डेलेज इंटरनैशनल का स्वामित्व है। मॉन्डेलेज अमरीका की दिग्गज कंपनी क्राफ्ट का एक डिविजन है। उसने कैडबरी को साल 2010 में खरीदा था।