Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 10:16 AM
सरकार द्वारा पिछले महीने घोषित सुधार एजेंडे को अंगीकार किए जाने के बाद सार्वजनिक बैंकों ने अपने खातों की ‘साफ सफाई’ का अभियान शुरू किया है जिसके तहत वे धोखाधड़ी के मामलों को बिलकुल सहन नहीं करने का एजेंडा लेकर चल रहे हैं।
नई दिल्लीः सरकार द्वारा पिछले महीने घोषित सुधार एजेंडे को अंगीकार किए जाने के बाद सार्वजनिक बैंकों ने अपने खातों की ‘साफ सफाई’ का अभियान शुरू किया है जिसके तहत वे धोखाधड़ी के मामलों को बिलकुल सहन नहीं करने का एजेंडा लेकर चल रहे हैं।
सार्वजनिक बैंक के एक आला अधिकारी ने कहा कि सीबीआई द्वारा हाल ही में अरबपति जौहरी नीरव मोदी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना भी इसी सुधार प्रक्रिया का हिस्सा है। सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक को 280.70 करोड़ रुपए का कथित चूना लगाए जाने के मामले में नीरव मोदी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों के अनुसार वित्त मंत्रालय ने बैंकों से स्पष्ट रूप से कहा है कि वे इस मामले में खामियों को दूर करने के लिए अग्रसक्रिय रुख अपनाएं। ऐसे में आने वाले दिनों में धोखाधड़ी के ऐसे और मामलों का खुलासा होगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
अधिकारियों के अनुसार वित्त मंत्रालय ने 24 जनवरी को बैंकों को सुधार एजेंडा वितरित किया। इसमें उनसे कहा गया है कि वे संदिग्ध खातों की जांच पड़ताल करें धोखाधड़ी को बिलकुल सहन नहीं करते हुए ‘धोखेबाजों’ के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बैंकों को यहां तक कहा गया है कि उचित आधार होने पर पर अपने ही कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई से पीछे नहीं हटें। इसके साथ ही बैंकों से कहा गया है कि वे उन खातों पर नियमित रूप से निगाह रखें जो कि अधिक मूल्य के हैं और जिनका उल्लेख किया गया है। एजेंडे में बैंकों से कहा गया है कि वे सर्मिपत, विशेष टीम के जरिए वसूली प्रयासों पर जोर दें।