Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 07:37 PM
आम बजट से पहले वस्तु एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) काऊंसिल की आज होने वाली 25वीं बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इस बार काऊंसिल की बैठक में करीब 75 वस्तुओं पर दरें कम करने पर फैसला लिया जा सकता है, जिससे लोगों को राहत मिल सकती है। केंद्रीय वित्त...
नई दिल्लीः वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) परिषद् ने 29 वस्तुओं और 53 सेवाओं पर कर की दरें घटाने का फैसला किया है। परिषद् की आज हुई 25वीं बैठक के बारे में जानकारी देते हुये वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि फिटमेंट समिति ने कुल 29 वस्तुओं और 54 सेवाओं पर करों की दरें घटाने की सिफारिश की थी। इनमें 29 वस्तुओं और 53 सेवाओं पर दर घटाने का सुझाव स्वीकार कर लिया गया है। नई दरें 25 जनवरी से प्रभावी हो जाएंगी।
एक प्रश्न के उत्तर में जेटली ने कहा कि इन वस्तुओं और सेवाओं पर दरों में कमी करने से राजस्व का बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा। ये वैसी वस्तुएं और सेवाएं हैं, जिनमें रोजगार बड़े पैमाने पर मिलता है। इसके अलावा करीब 40 वस्तुओं को हस्तशिल्प उत्पादों की श्रेणी में शामिल किया गया है, जिससे उन पर कर की दर घटकर शून्य प्रतिशत रह जाएगी।
पेट्रोल-डीजल पर नहीं बनी सहमति
रियट इस्टेट के अलावा यह भी उम्मीद जताई जा रही थी कि इस मीटिंग में पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जा सकता है लेकिन इस पर कोई सहमति नहीं बन पाई। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पेट्रोल की कीमत फिर 80 रुपये के करीब पहुंच गई है। वहीं, कई राज्यों में डीजल 65 का आंकड़ा पार कर चुका है।
व्यापारियों को थी राहत की उम्मीद
जी.एस.टी. के बारे में व्यापारियों और दुकानदारों की शुरू से यह शिकायत रही है कि उन्हें जी.एस.टी. के लिए कई फॉर्म भरने पड़ते हैं। संभावना है कि GSTR-1, GSTR-2, GSTR-3 फॉर्म को खत्म कर एक फॉर्म बनाया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हुआ । बिल का मिलान हर महीने करने के बदले 3 महीने में करने की सुविधा मिल सकती है।