Edited By ,Updated: 01 Feb, 2017 05:22 PM
डिजिटल लेनदेन को बढावा देने के प्रयासों के बीच सरकार ने साइबर घपलों व धोखाधड़ी से निपटने के लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पोंस टीम गठित करने का प्रस्ताव किया है।
नई दिल्लीः डिजिटल लेनदेन को बढावा देने के प्रयासों के बीच सरकार ने साइबर घपलों व धोखाधड़ी से निपटने के लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पोंस टीम गठित करने का प्रस्ताव किया है।
वित्तमंत्री अरुण जेतली ने बजट भाषण (2017-18) में यह घोषणा की। उन्होंने कहा, "हमारे वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता व संरक्षा की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। वित्तीय क्षेत्र के लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पोंस टीम (सीईआरटी-फिन) गठित की जाएगी।" उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टीम वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामकों व अन्य भागीदारों के साथ तालमेल में काम करेगी।
पिछले साल विभिन्न बैंकों के 32 लाख से अधिक डैबिट कार्डाें से जुड़ी जानकारी में सेंधमारी की गई। यह भारत में बैंकों से जुड़ा अपनी तरह का सबसे बड़ा घपला था। नोटबंदी के बाद सरकार डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जोर दे रही है। वित्तमंत्री ने कहा कि वित्तीय फर्माें के प्रस्ताव से जुड़ा एक विधेयक भी संसद के मौजूदा बजट सत्र में पेश किया जाएगा।