Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 08:41 AM
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 17 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 24.04 करोड़ डॉलर बढ़कर 399.533 अरब डॉलर हो गया। इसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में पर्याप्त तेजी आना है। भारतीय रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों में यह दर्शाया गया है। इससे पिछले...
नई दिल्लीः देश का विदेशी मुद्रा भंडार 17 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 24.04 करोड़ डॉलर बढ़कर 399.533 अरब डॉलर हो गया। इसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में पर्याप्त तेजी आना है। भारतीय रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों में यह दर्शाया गया है। इससे पिछले सप्ताहांत में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 55.42 करोड़ डॉलर बढ़कर 399.293 अरब डॉलर हो गया था।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े दर्शाते हैं कि समीक्षाघीन सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा, यानी विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफ.सी.ए) 22.04 करोड़ डॉलर बढ़कर 375.096 अरब डॉलर हो गया। अमरीकी डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले एफसीए में मुद्राभंडार में रखे गए यूरो, पौंड और जापानी येन जैसी गैर अमेरिकी मुद्राओं की तेजी-अवमूल्यन के प्रभावों को शामिल किया जाता है। स्वर्ण आरक्षित भंडार 20.666 अरब डॉलर पर अपरिर्वितत बना रहा।
रिजर्व बैंक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) में विशेष निकासी अधिकार 79 लाख डॉलर बढ़कर 1.497 अरब डॉलर हो गया। इसने कहा है कि आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार भी 1.21 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.273 अरब डॉलर हो गया।