Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 03:39 PM
किसानों बीच काम करने वाली सहकारिता क्षेत्र की सबसे बडी उर्वरक कम्पनी इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोअपरेटिव....
नई दिल्लीः किसानों बीच काम करने वाली सहकारिता क्षेत्र की सबसे बडी उर्वरक कम्पनी इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोअपरेटिव (इफको) ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा शुरु किए गए सात सूत्री कार्यक्रम को सही दिशा में उठाया गया कदम बताते हुए आज कहा कि कर्ज माफी उनकी समस्याओं के समाधान का सही तरीका नहीं है।
किसानों की आय होगी दोगुनी
इफको के प्रबंध निदेशक उदय शंकर अवस्थी ने आज यहां यू.एन.आई. मुख्यालय में वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने हरित क्रांति के प्रणेता एम एस स्वामीनाथन से बातचीत करने के बाद 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में सात सूत्री कार्यक्रम जारी किया है जिसके प्रभावी क्रियान्वयन से उन्हें समस्याओं से निजात मिल सकती है। उन्होंने कहा कि प्रति बूंद अधिक फसल, कृषि लागत में कमी, खाद्यान्न भंडारण, खाद्य प्रसंस्करण, ई कृषि बाजार, फसल बीमा योजना और बागवानी, एकीकृत कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन एवं मुर्गी पालन से किसानों की आय में काफी वृद्धि की जा सकती है।
खतरनाक साबित ङ सकती है कर्ज माफी
डॉ. अवस्थी ने किसानों की कर्ज माफी की योजनाओं को खतरनाक बताते हुए कहा कि यह उनकी समूस्याओं का स्थायी समााधान नहीं है। कर्ज माफी का सिलसिला भविष्य के लिए घातक हो सकता है। इसमें ऐसी स्थिति भी आ सकती है कि जिन किसानों को कर्ज माफी नहीं मिले उनकी मन:स्थिति खराब होती है। कुछ किसान अवसाद की स्थिति में आ सकते हैं तथा कई तरह की सामाजिक समस्याएं भी पैदा हो सकती है। युवा पीढ़ी के कृषि से विमुख होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे देश में कृषि जीवन का हिस्सा रहा है और इसके प्रति बच्चों अभिरुचि पैदा करने के लिए इसे स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उनका कहना था कि समय के साथ कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना जरूरी है, लेकिन अधुनिक और परम्परागत तरीको को भी जोड़ने की जरुरत है।