Edited By ,Updated: 26 Feb, 2017 12:30 PM
वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि नोटबंदी की प्रक्रिया करीब करीब पूरी हो चुकी है और उन्होंने इसे उच्च मूल्य वर्ग के नोटों के स्थान पर नए नोट जारी करने की सबसे संभावित सहज प्रक्रिया बताया।
लंदनः वित्त मंत्री अरुण जेतली ने कहा कि नोटबंदी की प्रक्रिया करीब करीब पूरी हो चुकी है और उन्होंने इसे उच्च मूल्य वर्ग के नोटों के स्थान पर नए नोट जारी करने की सबसे संभावित सहज प्रक्रिया बताया। जेतली यहां लंदन स्कूल ऑफ इकनोमिक्स में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 500 और 1,000 रुपए के नोट चलन से हटाने के सरकार के फैसले को देश में एक ‘‘नया सामान्य स्तर’’ कायम करने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि अंतत: इस कदम से उच्च आर्थिक वृद्धि को हासिल किया जा सकेगा।
जेतली ने कहा कि दुनिया में यह उच्च मूल्य वर्ग की पुरानी मुद्रा को हटाकर उसके स्थान पर नई मुद्रा लाने की सबसे संभावित सहज प्रक्रिया रही है। उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी का कदम देश में एक नया सामान्य स्तर बनाने के लिए उठाया गया, यह नकदी आधारित अर्थव्यवस्था के स्थान पर डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में उठाया गया। इससे बैंकिंग प्रणाली में अधिक धन पहुंचेगा और राजस्व प्राप्ति बेहतर होगी। इससे अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को अधिक औपचारिक अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी।’’
जेतली ने कहा कि नोटबंदी के बाद बने आर्थिक परिवेश में आने वाले समय में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आकार बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि नकद अर्थव्यवस्था के पक्ष में जो तर्क दिए जा रहे हैं वास्तव में वे काफी घिसे पिटे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष अपनी चुनौतियां हैं। दुनिया की विकास दर यदि धीमी पड़ती है तो भारत पर भी उसका असर पड़ेगा लेकिन आज 7 से 8 प्रतिशत की वृद्धि दर भारत के लिये नया सामान्य स्तर बन गया है। भारत को एेसे में यदि विश्व अर्थव्यवस्था का भी सहयोग मिलता है तो यह आंकड़ा काफी उंपर जाने की गुंजाइश है।