Edited By ,Updated: 10 Nov, 2016 03:03 PM
काले धन पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार की ओर से 500 और 1,000 रुपए के नोटों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने से आम आदमी को भी कुछ समय के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
नई दिल्लीः काले धन पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार की ओर से 500 और 1,000 रुपए के नोटों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने से आम आदमी को भी कुछ समय के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। देश में ऑटोमैटिक टेलर मशीन (ए.टी.एम.) नैटवर्क की मैन्युफैक्चरिंग और मैनेजमेंट से जुड़ी कंपनियों का कहना है कि ए.टी.एम. को सामान्य तरीके से काम करने और आम लोगों की जरूरत के मुताबिक कैश देने में कम से कम तीन-चार सप्ताह का समय लगेगा।
इन कंपनियों में शामिल एनसीआर कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर (भारत और दक्षिण एशिया), नवरोज दस्तूर ने कहा, 'हमें लगता है कि अगले 10 दिनों तक लोगों को मुश्किल होगी क्योंकि कम समय में 100 रुपए के नोट बड़ी संख्या में उपलब्ध कराना पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री के लिए चुनौती है।' पिछले कुछ वर्षों से कैश निकालने के लिए आम लोग बैंक की ब्रांच में जाने के बजाय एटीएम का इस्तेमाल अधिक करते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंगलवार आधी रात से 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने की घोषणा के तुरंत बाद देशभर में ए.टी.एम. के बाहर लंबी कतारें लग गई थीं।
इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना है कि इस तरह की समस्याएं अगले कुछ दिनों तक जारी रहेंगी क्योंकि बैंकों और ए.टी.एम. मैनेज करने वाली कंपनियों को पर्याप्त मात्रा में 100 रुपए के नोट उपलब्ध कराने के लिए लॉजिस्टिक्स से जुड़ी मुश्किलें होंगी। इसके अलावा बैंकों की लॉजिस्टिक्स से जुड़ी लागत भी बढ़ने की उम्मीद है।