Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 10:07 AM
रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) ने आज इस खबर का खंडन किया कि उसने सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पी.एन.बी.) में हुए 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के मद्देनजर बैंक को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एल.ओ.यू.) की प्रतिबद्धताएं पूरी करने
मुंबईः रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) ने आज इस खबर का खंडन किया कि उसने सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पी.एन.बी.) में हुए 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के मद्देनजर बैंक को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एल.ओ.यू.) की प्रतिबद्धताएं पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
आर.बी.आई. ने एक बयान में कहा, मीडिया में ऐसी खबरें आ रही हैं कि पंजाब नेशनल बैंक में 177 करोड़ डॉलर के फर्जीवाड़े के मद्देनजर रिजर्व बैंक ने पी.एन.बी. से दूसरे बैंकों को जारी एल.ओ.यू. की प्रतिबद्धताएँ पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आर.बी.आई. ऐसा कोई भी निर्देश दिए जाने की बात से इनकार करता है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि पी.एन.बी. में फर्जीवाड़ा परिचालन जोखिम का मामला है जो कुछ दोषी कर्मचारियों के गलत व्यवहार और आंतरिक नियंत्रण की विफलता के कारण पैदा हुआ है। आर.बी.आई. ने इस मामले में पीएनबी की नियंत्रण प्रणाली का आंकलन किया है और जरूरी कदम उठाए जाएंगे।