Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 02:51 PM
महज दो सप्ताह पहले तक महंगा प्याज लोगों को रुला रहा था। प्याज की बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए
नई दिल्लीः महज दो सप्ताह पहले तक महंगा प्याज लोगों को रुला रहा था। प्याज की बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए सरकार ने आयात का सहारा लिया। आयातित प्याज की आवक शुरू होते ही इसके दाम तेजी से गिरने शुरू हो गए। थोक बाजार में 25 रुपये किलो बिकने वाले प्याज के दाम गिरकर 8 से 20 रुपए तक पहुंच गए। मुंबई के खुदरा बाजार में 50 से 60 रुपए किलो बिकने वाले प्याज के दाम अब गिरकर 20-25 रुपये और दिल्ली में दाम घटकर 30 से 35 रुपए किलो रह गए हैं।
प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने प्याज के आयात को जो हरी झंडी दिखाई थी, इसके परिणाम अब दिखाई देने लगे हैं। निजी कारोबारियों ने मिस्र से 2,500 टन प्याज का आयात किया है, जो घरेलू बाजार में पहुंचना शुरू हो गया। इसके बाद भी जरूरत पडऩे पर प्याज का और आयात करने की अनुमति दी जाएगी। प्याज की पहली खेप 2,500 टन मुंबई पहुंच चुकी है और प्याज की दूसरी खेप 9,000 टन जल्द ही पहुंच जाएगी। सरकार ने निजी कारोबारियों से कहा है कि जरूरत पडऩे पर पड़ोसी देशों से प्याज का और आयात कर सकते हैं।
घरेलू बाजार में विदेशी प्याज की आवक की खबर से प्याज के दाम टूटने लगे हैं। एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी में इसके दाम गिरकर 18 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गए। लासलगांव मंडी में सोमवार को प्याज की न्यूनतम कीमत 800 रुपए और अधिकतम कीमत 2,003 रुपए प्रति क्विंटल बोली गई। मंडी समिति के लोगों का कहना है कि बारिश थमने के साथ ही आपूर्ति में इजाफा होने से कीमतें गिरी हैं।