Edited By ,Updated: 05 Jan, 2017 11:33 AM
सरकार द्वारा 1 फरवरी को आम बजट पेश करने की मंशा के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो गया है।
नई दिल्लीः सरकार द्वारा 1 फरवरी को आम बजट पेश करने की मंशा के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो गया है। विपक्ष सरकार के इस तत्काल के बजट के विपक्ष में आ गया है। जो सरकार के लिए मुश्किलों से भरा होने वाला है। वहीं, सरकार के इस फैसले पर विपक्ष का आरोप है कि सत्ता पक्ष इसके माध्यम से आने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में फायदा ले सकता है।
इसके चलते विपक्ष आज चुनाव आयोग से मिलकर बजट पर रोक की मांग करेगा। इससे पहले, विपक्ष के इस विरोध को लेकर जेतली ने कहा था कि वो बजट से इतने डरे हुए क्यों हैं जबकि वो कहते हैं कि नोटबंदी इतना लोकप्रिय फैसला नहीं है। यहां तक कि 2014 में बजट आम चुनाव से ठीक कुछ दिन पहले पेश किया गया। यह संवैधानिक आवश्यकता है।
बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय संसदीय कमेटी की बैठक में आम बजट 1 फरवरी को पेश करने का प्रस्ताव आया था। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है लेकिन 4 फरवरी से पांच राज्यों होने वाले मतदान को देखते हुए विपक्ष ने इसका कड़ा विरोध किया है। विपक्ष की मांग है कि आयोग सरकार को यह बजट लाने से रोके। बता दें कि 2012 में भी ऐसी ही स्थिति बनी थी और चुनाव पर बजट का असर ना हो इसके लिए सरकार ने इसे 16 मार्च तक के लिए आगे खिसका दिया था।