Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 09:53 AM
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए 2017-18 को लेकर भविष्य निधि पर ब्याज दर 8.65 प्रतिशत पर अपरिर्वितत रख सकता है। न्यासी बोर्ड की बैठक 21 फरवरी 2018 को होने वाली है। ईपीएफओ ने चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर 8.65...
नई दिल्लीः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अपने करीब 5 करोड़ अंशधारकों के लिए 2017-18 को लेकर भविष्य निधि पर ब्याज दर 8.65 प्रतिशत पर अपरिर्वितत रख सकता है। न्यासी बोर्ड की बैठक 21 फरवरी 2018 को होने वाली है। ईपीएफओ ने चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर 8.65 प्रतिशत बनाए रखने के लिए अंतर को पूरा करने को लेकर इस महीने की शुरूआत में 2,886 करोड़ रुपए मूल्य के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड बेच चुका है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 2016-17 के लिये 8.65 प्रतिशत ब्याज दर की घोषणा की थी। यह 2015-16 में यह 8.8 प्रतिशत थी। सूत्रों ने कहा कि ईपीएफओ ने 1,054 करोड़ रुपए पर 16 प्रतिशत रिटर्न कमाया है। यह चालू वित्त वर्ष के लिए अंशधारकों को 8.65 प्रतिशत ब्याज देने के लिये पर्याप्त है। चालू वित्त वर्ष के लिए आय अनुमान को न्यासियों के एजेंडे में वितरित नहीं किया गया है और इसे बैठक के दौरान रखा जाएगा। उसने कहा कि ईपीएफओ द्वारा चालू वित्त वर्ष के लिये आय अनुमान के बाद ईटीएफ बेचने का फैसला किया गया।
ईपीएफओ अगस्त 2015 से ईटीएफ में निवेश कर रहा है और अबतक ईटीएफ निवेश का लाभ नहीं उठाया। ईपीएफओ ने अबतक ईटीएफ में 44,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है। न्यासियों की बैठक के एजेंडे में चालू वित्त वर्ष के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज दर निर्धारण का प्रस्ताव भी शामिल हैं।