Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2017 09:17 AM
यू.एस. फेड ने दरें 0.25 फीसदी बढ़ा दी हैं। फेड चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने कहा कि ..
न्यूयॉर्कः यू.एस. फेड ने दरें 0.25 फीसदी बढ़ा दी हैं। फेड चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने कहा कि इकोनॉमी में मजबूती और जॉब मार्कीट में सुधार देखने को मिला है। जिसके चलते इस साल से बॉन्ड बेचने की शुरुआत भी होगी। यू.एस. फेड की नई दरें 1 फीसदी से 1.25 फीसदी के बीच रखी गई हैं। इकोनॉमी में मजबूती, जॉब मार्कीट में सुधार के चलते ये फैसला लिया गया है। इस साल से यू.एस. फेड बॉन्ड बेचने की शुरुआत करेगा, हर महीने 10 अरब डॉलर के बॉन्ड बेचने की योजना है।
फेड के फैसले के बाद अमरीका में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। डाओ 0.25 फीसदी चढ़ा लेकिन नैस्डैक 0.50 फीसदी फिसल कर बंद हुआ। वहीं एशिया भी सुस्त कारोबार देखने को मिल रहा है। जबकि यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। हालांकि अमेरिका में दरें बढ़ना ग्लोबल बाजारों के लिए पॉजिटिव संकेत है। इस बीच कच्चा तेल 4 फीसदी गिरकर 7 महीने के निचले स्तर पर चला गया है। उत्पादन बढ़ने से इस पर दबाव है और ब्रेंड क्रूड में 47 डॉलर प्रति बैरल के नीचे कारोबार हो रहा है जबकि नायमेक्स 45 डॉलर के नीचे दिख रहा है। वहीं अमरीका में दरों में बढ़ौतरी से सोने को सहारा मिला है और ये 1276 डॉलर प्रति औंस के पार चला गया है।
मंगलवार के कारोबारी सत्र में डाओ जोंस 46.09 अंक यानी 0.22 फीसदी बढ़कर 21374.56 पर, एसएंडपी-500 इंडेक्स 2.43 अंक यानि 0.10 फीसदी गिरकर 2437.92 पर और नैस्डेक 25.48 अंक यानी 0.41 फीसदी की कमजोरी के साथ 6194.89 पर बंद हुआ।