Edited By ,Updated: 01 Jul, 2016 05:59 PM
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 जून को समाप्त सप्ताह में 3.03 अरब डॉलर घटकर 4 सप्ताह के निचले स्तर 360.80 अरब डॉलर पर आ गया।
मुंबईः देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 जून को समाप्त सप्ताह में 3.03 अरब डॉलर घटकर 4 सप्ताह के निचले स्तर 360.80 अरब डॉलर पर आ गया। इससे पहले 17 जून को समाप्त सप्ताह में यह 363.83 अरब डॉलर रहा था। यह विदेशी मुद्रा भंडार की 17 सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट है।
कारोबारियों का कहना है कि ब्रिटेन में यूरोपियन संघ छोडऩे या उसमें बने रहने के मुद्दे पर कराए गए जनमत संग्रह के 24 जून को आए परिणाम के बाद रुपए में अचानक आई तेज गिरावट को थामने के लिए रिजर्व बैंक ने वाणिज्यिक बैंकों के जरिए बड़ी मात्रा में डॉलर की बिकवाली की। इससे विदेशी मुद्रा भंडार इतना गिरा है।
ब्रिटेन ने यूरोपियन संघ से अलग होने के पक्ष में मतदान किया था। इसके बाद दुनिया के तमाम शेयर एवं मुद्रा बाजारों में कोहराम मच गया। उस दिन रुपया 63 पैसे नीचे 67.88 रुपए प्रति डॉलर पर खुला और शुरूआती कारोबार में ही 96 पैसे लुढ़ककर 67.21 रुपए प्रति डॉलर तक उतर गया। इसके बाद आर.बी.आई. के बाजार में डॉलर झोंकने से रुपए ने वापसी की और 68 रुपए प्रति डॉलर से ऊपर 67.96 रुपए प्रति डॉलर पर बंद होने में कामयाब रहा।
आलोच्य सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति में 2.99 अरब डॉलर की गिरावट आई और सप्ताहांत पर यह 336.58 अरब डॉलर रह गया। स्वर्ण भंडार 20.33 अरब डॉलर पर स्थिर रहा। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास सुरक्षित निधि 2.16 करोड़ डॉलर तथा विशेष आहरण अधिकार 1.34 करोड़ डॉलर घटकर क्रमश: 2.40 अरब डॉलर तथा 1.49 अरब डॉलर पर आ गया।