Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Feb, 2018 06:02 PM
चालू वित्त वर्ष (2017-18) की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जी.डी.पी. ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी हो गई है। वहीं, इससे पहली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर के दौरान जी.डी.पी. ग्रोथ 6.5 फीसदी रही थी। आपको बता दें की यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के अनुमान से बेहतर...
नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष (2017-18) की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जी.डी.पी. ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी हो गई है। वहीं, इससे पहली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर के दौरान जी.डी.पी. ग्रोथ 6.5 फीसदी रही थी। आपको बता दें की यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के अनुमान से बेहतर रहा है। अर्थशास्त्रियों के ज्यादातर पोल में जी.डी.पी. ग्रोथ के 6.5 फीसदी से बढ़कर 6.9 फीसदी रहने का अनुमान था। इन बेहतर आंकड़ों के बाद भारत इस तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.8 फीसदी को पीछे छोड़ दुनिया में सबसे तेजी ग्रोथ करने वाला देश बन गया है।
इस वित्त वर्ष (2017-18) की पहली तिमाही में विकास दर के आंकड़े 13 तिमाही के निचले स्तर पर पहुंच गए थे और इसके लिए आर्थिक जानकारों ने नवंबर 2016 में नोटबंदी समेत बड़े आर्थिक उलटफेर को जिम्मेदार ठहराया था।
चीन की ग्रोथ 6.8 फीसदी थी
अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में चीन की जी.डी.पी. की रफ्तार 6.8 फीसदी रही थी। इससे पहले 2016 में भारत की जी.डी.पी. में तेज वृद्धि देखने को मिली थी। यह 2016 के आखिरी तीन महीनों के दौरान से तेजी से बढ़ी थी।