Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jul, 2017 09:41 AM
माल एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) व्यवस्था को लागू करना भारत की रेटिंग के लिए...
नई दिल्लीः माल एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) व्यवस्था को लागू करना भारत की रेटिंग के लिए सकारात्मक कदम है। इससे सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) की गति और तेज होगी और कर राजस्व में वृद्धि होगी। मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने यह बात कही।
मूडीज के उपाध्यक्ष (सावरेन जोखिम समूह) विलियम फोस्टर ने कहा, जी.एस.टी. से मध्यम अवधि में कारोबार सुगमता बढ़ने, राष्ट्रीय बाजार का एकीकरण होने और विदेशी निवेश स्थल के तौर पर भारत का आकर्षण बढ़ने से हमारा मानना है कि उत्पादकता बढ़ेगी और जी.डी.पी. वृद्धि की गति और तेज होगी। जी.एस.टी. से कर प्रशासन और अनुपालन में सुधार होने से सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा।
फोस्टर ने कहा, दोनों ही भारत की क्रेडिट रेटिंग के लिहाज से सकारात्मक होंगे, कमजोर राजस्व आधार की वजह से ही इसमें अड़चन बनी हुई थी। मूडीज की भारत के लिए सकारात्मक परिदृश्य के साथ (बी.ए.ए.3) रेटिंग है।