Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 01:44 PM
जनरल मोटर्स के भारत से अपना कारोबार समेटने के फैसले ने उनके डीलरों और कस्टमरों को मुश्किल में डाल दिया है।
नई दिल्लीः जनरल मोटर्स के भारत से अपना कारोबार समेटने के फैसले ने उनके डीलरों और कस्टमरों को मुश्किल में डाल दिया है। डीलरों की शिकायत है कि कंपनी ने उनके साथ धोखा किया है तो वहीं कस्टमरों को डर है कि उनकी गाड़ी की रीसेल वैल्यू कम हो जाएगी। जनरल मोटर्स के नोएडा शोरूम में मायूसी पसरी है। शोरूम में कुछ शेवरले बीट तो हैं लेकिन खरीदार कोई नहीं।
जब से कंपनी ने भारत में अपना कारोबार समेटने का फैसला किया है, देश भर में इसके 100 से ज्यादा डीलर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। एक महीने पहले ही कंपनी ने सभी डीलरों को बीट के नए मॉडल लांच पर बुलाया था। सबसे बड़ा नुकसान उन 7,000 लोगों को होगा जो अलग-अलग डीलरशिप में काम करते हैं और अब उनकी नौकरियों पर तलवार लटक रही है।
जनरल मोटर्स की कारें खरीदने वाले भी परेशान हैं, क्योंकि एक तो इन कारों की सर्विसिंग मुश्किल होगी, दूसरी रीसेल वैल्यू भी कम हो जाएगी। इस बारे में हमने जनरल मोटर्स से उनका पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन कंपनी ने हमारे सवालों के जवाब नहीं दिए। सूत्रों के मुताबिक कंपनी अपने डीलरों को थोड़ा-बहुत मुआवजा दे सकती है लेकिन इसके लिए उन्हें गोपनीयता की शर्त माननी होगी।