Edited By ,Updated: 12 May, 2017 11:53 AM
देश की सबसे पहली जेनेटिकली मॉडिफाइड फसल को सरकार की औपचारिक मंजूरी मिल गई है।
नई दिल्लीः देश की सबसे पहली जेनेटिकली मॉडिफाइड फसल को सरकार की औपचारिक मंजूरी मिल गई है। सरकारी पैनल ने जेनेटिकली मॉडिफाइड सरसों के फसल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। पर्यावरण मंत्रालय के जेनेटिक इंजिनियरिंग अप्रूवल कमेटी ने सरसों के जी.एम. क्रॉप की कमर्शियल इस्तेमाल की सिफारिश रखी है। सूत्रों के मुताबिक आखिरी निर्णय पर्यावरण मंत्री का होगा।
पर्यावरण मंत्रालय करेगा अंतिम फैसला
जेनेटिक इंजिनियरिंग अप्रेजल कमेटी ने इस कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा करने के बाद अपनी सिफारिश दी है। अब इस बारे में पर्यावरण मंत्रालय को अंतिम फैसला करना है। कमेटी ने जेनेटिकली मॉडिफाइड मस्टर्ड के व्यावसायिक इस्तेमाल की सिफारिश करने के साथ ही मिनिस्ट्री को कई शर्तें भी दी हैं। कमेटी की अध्यक्ष ने बताया कि सेंटर फॉर जेनेटिक मैनिप्युलेशन ऑफ क्रॉप प्लांट्स (CGMCP), दिल्ली यूनिवर्सिटी साउथ कैंपस ने 2015 में GEAC को एक ऐप्लिकेशन देकर हाइब्रिड फसलों की नई रेंज डिवेलप करने के लिए जेनेटिकली मॉडिफाइड मस्टर्ड को पर्यावरण से जुड़ी मंजूरी देने की मांग की थी।